राजत भाल मयंक मनोहर, सर्पन माल गले अति प्यारी।
धार बहे नित गंग जटा बिच, लोचन तीन ललाट मखारी।।
शैल सुता अँग वाम विराजत, गोद गजानन मंगलकारी।
छोड़ सभी छल छंदन को मन, नाम सदा शिव है शुभकारी।।

उम्मेद देवल
10 Saturday Feb 2018
Posted Literature, Religion
in≈ Comments Off on Namah Shivay :नमः शिवाय
राजत भाल मयंक मनोहर, सर्पन माल गले अति प्यारी।
धार बहे नित गंग जटा बिच, लोचन तीन ललाट मखारी।।
शैल सुता अँग वाम विराजत, गोद गजानन मंगलकारी।
छोड़ सभी छल छंदन को मन, नाम सदा शिव है शुभकारी।।
उम्मेद देवल
10 Sunday Apr 2016
Posted Literature
inरसना गरमी ना भली , शीत भली ना देह |
बरखा अँखियाँ ना भली, मालिक दे ना एह ||
उम्मेद देवल